पत्रिका पाञ्चजन्य में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना तानाशाह हिटलर से की गई है। पाञ्चजन्य के आने वाले अंक के संपादकीय में कटाक्ष करते हुए कहा गया है कि आज राहुल गांधी घूम-घूम कर कह रहे हैं कि केंद्र सरकार संविधान बदलना चाहती है लेकिन वे अपनी दादी इंदिरा गांधी की चर्चा कभी नहीं करते जिन्होंने आपातकाल लागू कर पूरे लोकतंत्र की हत्या कर दी थी।