सप्तर्षियों की उत्पत्ति ब्रह्मा देव के मस्तिष्क से हुई है। इसलिए इन्हें ज्ञान धर्म मोक्ष ज्योतिष और योग का स्वामी माना जाता है। पुराणों और ग्रंथों सप्तर्षियों की महिमा बखान मिलता है जिससे यह भी पता चलता है कि ब्रह्मा जी ने संसार में धर्म की स्थापना करने और सनातन संस्कृति में संतुलन बनाए रखने के लिए सप्तर्षियों की उत्पत्ति की थी।