सावन में कांवड़ यात्रा (Kawad Yatra 2024) की शुरुआत होती है जिसका समापन सावन पूर्णिमा पर होता है। इस उत्सव के दौरान शिव भक्तों में बेहद खास उत्साह देखने को मिलता है। कांवड़ लाने के बाद सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव को जल अर्पित किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से जातक की सभी मुरादें पूरी होती हैं।