ज्योतिषियों की मानें तो आषाढ़ अमावस्या पर दुर्लभ ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही शिववास योग का भी संयोग बन रहा है। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होगी। अमावस्या तिथि पर साधक स्नान-ध्यान के बाद विधि-विधान से भगवान शिव एवं जग के नाथ विष्णु जी की पूजा करते हैं।