कन्हैया कुमार और डॉ. उदित राज को प्रत्याशी बनाने का विरोध प्रदेश कांग्रेस ने ही नहीं बल्कि क्षेत्र की जनता ने भी किया था। बावजूद पार्टी आलाकमान ने स्थानीय उम्मीदवारों की अनदेखी कर इन्हीं को टिकट दे दिया। यह बात अलग है कि अब इनके नाम पर औपचारिक रूप से प्रदेश का कोई बड़ा नेता कुछ ना बोल रहा हो किंतु चुनाव में इस नाराजगी का असर पड़ना तय है।