चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 20 अप्रैल को रात 10 बजकर 41 मिनट पर शुरू होगी और 22 अप्रैल को देर रात 01 बजकर 11 मिनट पर समाप्त होगी। भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। अतः 21 अप्रैल को प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस दिन प्रदोष काल संध्याकाल 06 बजकर 51 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 02 मिनट तक है।