सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है। इस दिन शिव जी की पूजा का विधान है। मई माह का पहला प्रदोष व्रत 5 मई (Ravi Pradosh Vrat 2024) को रखा जाएगा। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान शंकर की उपासना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही सभी कार्यों में सफलता मिलती है।