हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर श्री हरि विष्णु और चंद्रमा की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही इस दिन स्नान और दान करने का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि फाल्गुन पूर्णिमा के अवसर पर शुभ मुहूर्त में स्नान और दान करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और श्री हरि प्रसन्न होते हैं।
मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा के लिए समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो भक्त बजरंगबली की पूजा करते हैं उन्हें प्रभु श्री राम के साथ हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसे में सुबह उठकर पवित्र स्नान करें। इसके बाद हनुमान मंदिर में जाकर बजरंग बाण का पाठ करें। इससे आपका जीवन सफलता की ओर अग्रसर होगा।
कई सपने ऐसे होते हैं जिन्हें भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। स्वप्न शास्त्र (Dream Science) के अनुसार कुछ सपनों को शुभ श्रेणी में रखा गया है। वहीं कुछ को अशुभ। ऐसा कहा जाता है कि सपने हमारे भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में बताते हैं। आज हम उन सपनों के बारे में बात करेंगे जिनसे हमारी जिंदगी पूरी तरह से बदल सकती है।
काशी में खेली जाने वाली मसान होली को चिता भस्म होली के नाम से भी जाना जाता है। चिता की राख से होली खेलने की परंपरा कई वर्षों पुरानी है। इस बार मसान होली 21 मार्च (Masan Holi 2024 Date) को है। इस दिन लोग चिता की राख से होली खेलते हैं और देवों के देव महादेव की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
फाल्गुन पूर्णिमा (Falgun Purnima 2024) का बेहद महत्व है। इस महीने पूर्णिमा 25 मार्च को मनाई जाएगी। यह व्रत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि जो साधक धन की कामना करते हैं तो उन्हें इस दिन का उपवास जरूर करना चाहिए। साथ ही विष्णु स्तुति और श्री नारायण स्तोत्र का पाठ भाव के साथ करना चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी उन्हीं घरों में वास करती हैं जहां साफ-सफाई हो और परिवार के सदस्य विशेष नियमों को पालन करते हों। धार्मिक मान्यता है कि इन नियमों (Maa Laxmi Upay) को पालन न करने से मां लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं और इंसान को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इस साल होली और चंद्र ग्रहण एक ही दिन हैं जिसके चलते लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। खासतौर पर गर्भवती महिलाएं इस दिन विशेष सावधानी बरतें। साल का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2024) 25 मार्च फाल्गुन पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है। ऐसे में गर्भवती महिलाएं एहतियातन के कुछ नियमों का पालन अवश्य करें। तो आइए जानते हैं -