नंदी महाराज भगवान शंकर के परमभक्त हैं। ऐसा कहा जाता है कि किसी को भी शिव और नंदी के बीच में नहीं खड़ा होना चाहिए क्योंकि वे सदैव शिव जी के ध्यान में लीन रहते हैं। उनकी यह मुद्रा महादेव के प्रति अपार ध्यान और भक्ति का प्रतीक है। वहीं जो लोग भोलेनाथ को प्रसन्न करने की कामना करते हैं उन्हें नंदी जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए।